अगर आपने कभी BMW, Mercedes, या Ducati जैसी महंगी गाड़ियों और बाइक्स को सड़क पर देखकर लंबी सांस भरी हो, तो अब वो सपना सच हो सकता है। भारत और ब्रिटेन के बीच चल रही फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) की बातचीत अपने आखिरी दौर में पहुंच गई है, और अगर सबकुछ ठीक रहा, तो भारत में लग्जरी कार्स और प्रीमियम बाइक्स की कीमतों में जोरदार गिरावट देखने को मिलेगी। मतलब साफ है – अब रॉयल सफर आम जेब से भी मुमकिन होगा।
भारत-UK ट्रेड डील से सस्ता होगा लग्जरी कार खरीदना
भारत और यूनाइटेड किंगडम के बीच लंबे समय से फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर बातचीत चल रही है, जिसमें अब तक 14 राउंड पूरे हो चुके हैं। खबरों के मुताबिक, इस समझौते में ऐसी व्यवस्था की जा रही है जिससे ब्रिटेन से आने वाली लग्जरी कारों और प्रीमियम बाइक्स पर लगने वाला इंपोर्ट ड्यूटी टैक्स काफी हद तक घटाया जा सकता है। अभी इन वाहनों पर करीब 100% तक का टैक्स लगता है, जिसकी वजह से BMW, Jaguar, Range Rover, Audi, और Mercedes जैसी कारें देश में बेहद महंगी बिकती हैं।
अगर ये डील हो जाती है और सरकार इंपोर्ट ड्यूटी को घटा देती है, तो इन गाड़ियों की कीमतें 20% से 30% तक कम हो सकती हैं। सोचिए, जो गाड़ी अभी ₹80 लाख में आती है, वो डील के बाद ₹60 लाख तक में मिल सकती है। इतना फर्क कार लवर्स के लिए किसी खुशखबरी से कम नहीं है।
प्रेमियम बाइक लवर्स के लिए भी अच्छी खबर
केवल कार ही नहीं, बल्कि Ducati, Triumph, BMW Motorrad, और Harley Davidson जैसी प्रीमियम बाइक्स की कीमतों में भी बड़ी गिरावट देखने को मिल सकती है। भारत में इन बाइक्स को इंपोर्ट करके बेचा जाता है, जिस पर भारी टैक्स लागू होता है। लेकिन ट्रेड डील में इन बाइक्स पर टैक्स में रियायत मिलने की संभावना है।
युवाओं और बाइक लवर्स के लिए यह एक बड़ा मौका हो सकता है, क्योंकि अब वे भी ₹15–20 लाख की बाइक्स को ₹12 लाख या उससे कम कीमत पर खरीदने का सपना देख सकते हैं। इससे भारत में प्रीमियम बाइक मार्केट को भी तगड़ा बूस्ट मिलेगा, जो अभी तक केवल चुनिंदा खरीदारों तक ही सीमित था।
भारत में बढ़ेगी विदेशी ब्रांड्स की भागीदारी
इस समझौते के बाद न केवल कीमतें कम होंगी, बल्कि यूके की कई लग्जरी ब्रांड्स भारत में अपना निवेश और बढ़ा सकती हैं। ऐसा माना जा रहा है कि Jaguar Land Rover जैसी कंपनियां भारत में अपनी असेम्बली लाइन का विस्तार कर सकती हैं, जिससे लोकल मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा मिलेगा और नए रोजगार भी बनेंगे।
साथ ही, इससे भारतीय ग्राहकों को ज्यादा विकल्प और बेहतर टेक्नोलॉजी मिल सकेगी। विदेशी ब्रांड्स का लोकल असेंबली या पार्टनरशिप मॉडल भी लागत घटाने में मदद करेगा, जो ग्राहकों तक सीधी राहत के तौर पर पहुंचेगा।
बदल जाएगा भारतीय ऑटो सेक्टर का चेहरा
इस ट्रेड डील के लागू होते ही भारतीय ऑटो इंडस्ट्री की तस्वीर काफी हद तक बदल सकती है। अभी जो लग्जरी कार और प्रीमियम बाइक केवल बड़े शहरों के कुछ अमीर घरानों तक सीमित हैं, वे अब छोटे शहरों के हाई-एंड ग्राहक वर्ग तक भी पहुंच सकेंगी। इससे न केवल बिक्री बढ़ेगी, बल्कि देश में ऑटो सेक्टर का स्तर भी ग्लोबल स्टैंडर्ड तक पहुंचेगा।
इससे पहले भी भारत ने जापान और साउथ कोरिया के साथ ऐसे समझौते किए हैं, जिनका फायदा मिड सेगमेंट कारों की कीमतों पर पड़ा था। लेकिन इस बार बात लग्जरी सेगमेंट की है, जो हमेशा से एक सपना रहा है।
सपनों की रफ्तार अब और तेज़ होने वाली है
अगर आप भी अब तक Range Rover को पोस्टर में ही देख रहे थे या Triumph की राइड सिर्फ यूट्यूब पर एंजॉय कर रहे थे, तो अब वक्त आ रहा है जब ये ब्रांड्स आपकी गली में भी दौड़ती नजर आ सकती हैं। भारत-UK ट्रेड डील के पूरा होते ही लग्जरी गाड़ियों और प्रीमियम बाइक्स का सपना सस्ता, सुगम और स्टाइलिश हो जाएगा। अब इंतजार उस मोहर का है, जो ब्रिटिश और भारतीय सरकारें जल्द ही लगा सकती हैं – और उसके बाद… गियर डालिए, सपना शुरू होने वाला है।
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