देश में अगर कोई नाम भरोसे का पर्याय बन चुका है, तो वो है Tata Group। गांव से लेकर शहर तक, हर घर में किसी न किसी चीज़ से जुड़ा है Tata का नाम। अब इस भरोसे ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है। Tata Group अब भारत का सबसे मूल्यवान ब्रांड बन चुका है, और इसकी कुल ब्रांड वैल्यू 30 अरब डॉलर से भी ज़्यादा हो गई है।
Tata Group ने पार किया 30 अरब डॉलर का आंकड़ा
ब्रांड फाइनेंस की रिपोर्ट के अनुसार, Tata Group की ब्रांड वैल्यू 30.3 अरब डॉलर तक पहुंच चुकी है, जो पिछले साल के मुकाबले 9 फीसदी की बढ़ोतरी है। यह उपलब्धि इसे भारत का सबसे महंगा और प्रभावशाली ब्रांड बनाती है। चाहे वो Tata Motors हो, Tata Steel, TCS या Titan – Tata Group की हर कंपनी ने बाजार में अपना खास मुकाम बनाया है। ब्रांड वैल्यू के इस आंकड़े ने न सिर्फ निवेशकों का भरोसा बढ़ाया है, बल्कि भारतीय कारोबारी दुनिया में भी Tata को एक नई ऊंचाई दी है।
Tata Group की ब्रांड स्ट्रेंथ भी शानदार
सिर्फ वैल्यू ही नहीं, Tata Group की ब्रांड स्ट्रेंथ इंडेक्स स्कोर भी 89.3 रहा है, जिससे इसे AAA+ रेटिंग मिली है। ये किसी भी ब्रांड के लिए सबसे उच्चतम रेटिंग मानी जाती है। ब्रांड स्ट्रेंथ का मतलब सिर्फ कंपनी के मुनाफे से नहीं, बल्कि उस ब्रांड पर लोगों का विश्वास, पहचान और लॉयल्टी भी मानी जाती है। और इन मामलों में Tata Group हमेशा से अव्वल रहा है।
Tata Group का विस्तार और लोगों से जुड़ाव
Tata Group की खासियत ये रही है कि इसने खुद को सिर्फ मुनाफे तक सीमित नहीं रखा, बल्कि लोगों के दिलों तक भी पहुंच बनाई। भारत के लगभग हर सेक्टर में Tata का दबदबा है – ऑटोमोबाइल्स से लेकर सॉफ्टवेयर, स्टील से लेकर रिटेल और हेल्थ से लेकर हॉस्पिटैलिटी तक। Tata Motors की गाड़ियाँ गांव की सड़कों से लेकर शहर के हाईवे तक दौड़ती हैं, तो वहीं TCS जैसी कंपनी ने भारत को ग्लोबल IT प्लेटफॉर्म पर मजबूती से खड़ा किया है।
ब्रांड फाइनेंस रिपोर्ट में Tata Group सबसे आगे
Brand Finance की ‘India 100 2024’ रिपोर्ट में Tata Group ने फिर से नंबर वन स्थान बरकरार रखा है। रिपोर्ट में बताया गया कि Tata Group की कंपनियाँ लगातार नवाचार कर रही हैं और ब्रांड को आगे बढ़ा रही हैं। इसी वजह से समूह की ब्रांड वैल्यू में लगातार उछाल देखने को मिल रहा है। इस रिपोर्ट में दूसरे नंबर पर रिलायंस और तीसरे पर LIC रही, लेकिन Tata Group इन सबसे काफी आगे निकल गया।
Tata Group का टारगेट – ग्लोबल लीडर बनना
Tata Group की योजना अब खुद को सिर्फ भारतीय सीमाओं में सीमित रखने की नहीं है। समूह का फोकस ग्लोबल एक्सपैंशन पर है। खासकर इलेक्ट्रिक व्हीकल्स, डिजिटल सेवाओं और क्लीन एनर्जी सेक्टर में Tata Group तेजी से इन्वेस्ट कर रहा है। Tata Motors पहले ही EV मार्केट में Nexon EV और Tiago EV जैसी कारों से धूम मचा चुकी है। वहीं Tata Power और Tata Digital जैसे ब्रांड आने वाले समय में टेक्नोलॉजी और एनर्जी सेक्टर में बड़ा बदलाव ला सकते हैं।
ग्रामीण भारत में भी Tata Group की गहरी पैठ
Tata Group का नाम सिर्फ शहरी लोगों के लिए ही नहीं, गांवों और कस्बों के लोगों के लिए भी भरोसे का प्रतीक है। Tata Salt, Tata Tea और Titan जैसी ब्रांड्स का इस्तेमाल गांव-गांव में होता है। यही वजह है कि Tata Group की ब्रांड वैल्यू को असली मजबूती मिलती है भारत के आम आदमी से। जब लोग यह कहते हैं कि “Tata का है तो अच्छा ही होगा”, तो वो केवल ब्रांड नहीं, एक अनुभव को बयां करते हैं।
बाजार में Tata Group की धाक
शेयर बाजार में भी Tata Group की कंपनियों ने अच्छी पकड़ बना रखी है। TCS, Tata Motors, Tata Power, Titan जैसे स्टॉक्स निवेशकों के लिए लंबे समय से भरोसेमंद साबित हुए हैं। निवेशकों को Tata Group की कंपनियों में न सिर्फ मुनाफा दिखता है, बल्कि स्थिरता और ईमानदारी का भाव भी। यही कारण है कि जब भी कोई नया निवेशक शुरुआत करता है, तो वो Tata के शेयरों की तरफ खिंचा चला आता है।
Tata Group बना भारत की पहचान का प्रतीक
आज जब भारत विश्व स्तर पर अपनी पहचान मजबूत कर रहा है, तो Tata Group उसमें अहम भूमिका निभा रहा है। Tata की वैल्यूज़, उसका बिजनेस एथिक्स और समाज के प्रति उसका कमिटमेंट, सब कुछ उसे एक साधारण ब्रांड से कहीं ऊपर ले जाता है। ये सिर्फ मुनाफे की कहानी नहीं, ये उस सोच की कहानी है जो देश को आगे ले जाती है।
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