अगर आप सोचते हैं कि भारत में पेट्रोल या इलेक्ट्रिक गाड़ियों का ज़माना चल रहा है, तो ज़रा ठहरिए। Mahindra की ताजा बिक्री रिपोर्ट ने बाजार की हवा ही बदल दी है। कंपनी की कुल SUV बिक्री का 75% से ज्यादा हिस्सा सिर्फ डीजल गाड़ियों का है। जी हां, ऐसे वक्त में जब हर कंपनी इलेक्ट्रिक और पेट्रोल ऑप्शन पर फोकस कर रही है, Mahindra की डीजल SUVs अब भी जनता की पहली पसंद बनी हुई हैं।
Mahindra की डीजल SUVs की जबरदस्त पकड़
Mahindra की डीजल SUVs जैसे Scorpio, Bolero, Thar और XUV700 लगातार ग्राहकों की पसंद बनी हुई हैं। हालिया रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी की कुल SUV बिक्री में से 75 प्रतिशत से भी ज्यादा गाड़ियां डीजल इंजन वाली रही हैं। यह आंकड़ा न सिर्फ चौंकाने वाला है बल्कि यह भी दर्शाता है कि ग्रामीण इलाकों और छोटे शहरों में अभी भी डीजल वाहनों की मांग बरकरार है। जबकि अन्य ब्रांड्स जहां पेट्रोल और EV की तरफ झुकाव दिखा रहे हैं, Mahindra अपनी डीजल लाइनअप को लगातार मज़बूत कर रहा है।
ग्रामीण इलाकों में डीजल SUV का क्रेज
भारत के गांव-कस्बों में आज भी डीजल SUV का बोलबाला है। Mahindra की गाड़ियां, खासकर Bolero और Scorpio, ग्रामीण भारत में ताकत, भरोसे और टिकाऊपन का प्रतीक बन चुकी हैं। खेत-खलिहानों से लेकर कच्ची-पक्की सड़कों तक, Mahindra की डीजल SUVs हर जगह सरपट दौड़ती नजर आती हैं। यहीं वजह है कि Mahindra की कुल SUV बिक्री में डीजल मॉडल्स सबसे आगे हैं। कम माइंटेनेंस, लंबी रेंज और मजबूत बॉडी वाली Mahindra SUVs अब भी किसानों, छोटे व्यापारियों और ग्रामीण युवाओं की पहली पसंद हैं।
Mahindra XUV700 और Thar की डीजल वेरिएंट की डिमांड
अगर बात की जाए थोड़े शहरी और प्रीमियम ग्राहक वर्ग की, तो वहां भी Mahindra XUV700 और Thar के डीजल वेरिएंट को जबरदस्त रिस्पॉन्स मिल रहा है। खासतौर पर Thar का डीजल मैनुअल वर्जन ऑफ-रोडिंग के शौकीनों के बीच काफी पॉपुलर है। वहीं XUV700 का डीजल ऑटोमैटिक वेरिएंट उन लोगों को पसंद आ रहा है जो पावर और आराम दोनों चाहते हैं। Mahindra ने इन दोनों गाड़ियों में डीजल इंजन के साथ शानदार फीचर्स भी दिए हैं, जिससे ग्राहक का भरोसा और मजबूत हुआ है।
क्यों पसंद आ रही हैं Mahindra की डीजल SUVs
Mahindra की डीजल SUVs की सफलता के पीछे कई कारण हैं। सबसे पहले तो इन गाड़ियों का पावरफुल टॉर्क और दमदार इंजन, जो हर तरह की सड़कों पर बिना हिचके चलता है। दूसरा बड़ा कारण है इन गाड़ियों की मजबूत बिल्ड क्वालिटी और लंबी उम्र। साथ ही, डीजल का माइलेज भी पेट्रोल के मुकाबले बेहतर रहता है, जो मिडल क्लास और गांव के ग्राहकों के लिए फायदेमंद है। Mahindra की सर्विस और पार्ट्स भी सस्ते मिल जाते हैं, जिससे इन गाड़ियों की रख-रखाव लागत कम रहती है।
Mahindra का इलेक्ट्रिक और पेट्रोल से दूरी बनाना समझदारी या रिस्क
जब बाकी कंपनियां जैसे Tata, Hyundai और Maruti अपने इलेक्ट्रिक या पेट्रोल पोर्टफोलियो को तेज़ी से बढ़ा रही हैं, Mahindra अब भी डीजल प्लेटफॉर्म पर टिका हुआ है। हालांकि Mahindra ने XUV400 जैसी इलेक्ट्रिक SUV लॉन्च की है, लेकिन उसकी बिक्री अभी तक उतनी प्रभावशाली नहीं रही है। ऐसे में यह सवाल उठता है कि क्या कंपनी का डीजल पर ज़्यादा फोकस करना आने वाले समय में रिस्क हो सकता है? फिलहाल तो Mahindra की रणनीति बाजार में काम कर रही है, लेकिन आने वाले सालों में EV और पेट्रोल वाहनों की डिमांड बढ़ने पर शायद Mahindra को अपनी चाल बदलनी पड़े।
SUV बाजार में Mahindra की दबंग एंट्री जारी
भारत के SUV सेगमेंट में Mahindra की पकड़ पहले से ही मजबूत थी, लेकिन अब जब कंपनी की डीजल गाड़ियों की बिक्री 75% से ऊपर पहुंच चुकी है, तो यह साफ है कि Mahindra की रणनीति जमीन पर काम कर रही है। Bolero की विश्वसनीयता, Scorpio का दम, Thar की स्टाइल और XUV700 की प्रीमियम फीचर्स – ये सभी डीजल वर्जन में ज्यादा बिक रहे हैं। Mahindra ने दिखा दिया है कि अगर गाड़ी में पावर, परफॉर्मेंस और भरोसा हो, तो डीजल इंजन का क्रेज कभी खत्म नहीं होता।
जिन्हें चाहिए दम, रफ़्तार और भरोसा – वो Mahindra की डीजल SUV ही चुनते हैं
जब बात आती है गांव की टूटी-फूटी सड़कों की, शहर की दौड़ती ट्रैफिक की या फिर खुले मैदानों की, Mahindra की डीजल SUVs हर मोर्चे पर खरी उतरती हैं। ये गाड़ियां सिर्फ मशीन नहीं, बल्कि भारतीय सड़कों की धड़कन हैं। 75% बिक्री का आंकड़ा यही बताता है कि लोगों का भरोसा अब भी Mahindra की डीजल ताकत पर कायम है। बाकी कंपनियां भले ही इलेक्ट्रिक के पीछे दौड़ रही हों, लेकिन Mahindra की डीजल फौज अभी भी मैदान में डटी है – और दम के साथ डटी है।
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