ABS in Bikes : अगर आपने कभी बारिश में बाइक चलाई है, तो फिसलने का डर हमेशा बना रहता है। अचानक ब्रेक लगाते ही दिल मुंह को आ जाता है। लेकिन अब मोटरसाइकिल में ऐसा फीचर आ गया है जो इस खतरे को काफी हद तक टाल देता है – और उसका नाम है ABS। आज हम बात करेंगे कि बाइक में ABS क्या होता है, यह कैसे काम करता है, और मोटरसाइकिल में ABS क्यों जरूरी होता है।
ABS in Bikes
ABS यानी Anti-lock Braking System। नाम थोड़ा विदेशी लगता है, लेकिन काम बड़ा देसी है। इसका सीधा मतलब है कि जब आप बाइक चलाते हुए अचानक ब्रेक मारते हैं, तो ABS पहिए को लॉक होने से रोकता है। यानी पहिया घूमना बंद नहीं करता, बल्कि धीरे-धीरे रुकता है, जिससे बाइक फिसलती नहीं। यह फीचर अब धीरे-धीरे हर बड़ी और मिड-रेंज बाइक में मिलने लगा है।
मोटरसाइकिल में ABS लगने से ब्रेकिंग के समय कंट्रोल बना रहता है और स्किडिंग यानी फिसलने की संभावना बहुत कम हो जाती है। खासकर जब आप हाईवे पर तेज रफ्तार से जा रहे हों या खराब सड़कों पर बाइक चला रहे हों, तब यह फीचर जान बचाने में मदद करता है।
कैसे काम करता है बाइक में लगा ABS सिस्टम
अब समझते हैं कि ABS कैसे काम करता है। इस सिस्टम में मुख्य रूप से तीन हिस्से होते हैं – ECU (Electronic Control Unit), ब्रेक मॉड्युलेटर और व्हील स्पीड सेंसर। ECU पूरे सिस्टम का दिमाग होता है, जो ये तय करता है कि कब और कितनी देर के लिए ब्रेक को छोड़ना या पकड़ना है।
जब आप अचानक ब्रेक लगाते हैं, तो स्पीड सेंसर व्हील की घुमने की गति को नापता है। अगर उसे लगता है कि पहिया लॉक होने वाला है, तो ECU तुरंत ब्रेक के प्रेशर को थोड़ी देर के लिए कम कर देता है, ताकि पहिया घूमता रहे और बाइक स्किड न करे। यह प्रक्रिया हर सेकेंड में कई बार होती है और राइडर को इसका एहसास भी नहीं होता।
मोटरसाइकिल में ABS क्यों जरूरी होता है?
अब सवाल उठता है कि मोटरसाइकिल में ABS क्यों जरूरी है? इसका सबसे बड़ा फायदा है सेफ्टी। भारतीय सड़कों पर ट्रैफिक का कोई भरोसा नहीं होता। अचानक कोई ट्रैक्टर, गाय या ऑटो सामने आ जाए, तो ब्रेक मारना जरूरी हो जाता है। ऐसे में ABS आपकी बाइक को कंट्रोल में रखता है, जिससे एक्सीडेंट से बचाव होता है।
इसके अलावा, ABS इमरजेंसी ब्रेकिंग के वक्त बाइक को सीधे लाइन में रोकने में मदद करता है। यानी बाइक फिसलेगी नहीं, घूमेंगी नहीं, और सीधी रुक जाएगी। इससे नए राइडर, या जो पहली बार बड़ी बाइक चला रहे हैं, उनके लिए यह फीचर और भी फायदेमंद साबित होता है।
ABS से जुड़ी कुछ जरूरी बातें
हालांकि ABS बहुत फायदेमंद है, लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि आप बेपरवाह होकर बाइक चलाएं। सेफ्टी का कोई विकल्प नहीं होता। ABS सिर्फ एक सहारा है, राइडर की समझदारी सबसे ऊपर होती है। यह भी ध्यान रखें कि ABS सिस्टम खराब होने पर बाइक के डिस्प्ले पर एक लाइट जलती है, जो बताती है कि सर्विस की जरूरत है।
आज के समय में, सरकार ने 125cc से ऊपर की सभी बाइकों में सिंगल या डुअल चैनल ABS अनिवार्य कर दिया है। इससे सड़क हादसों में भी काफी कमी आई है। अगर आप नई बाइक खरीदने की सोच रहे हैं, तो ABS वाली बाइक जरूर चुनें।
तो भाइयों और बहनों, अब आप समझ ही गए होंगे कि बाइक में ABS क्या होता है और यह कितनी बड़ी जरूरत है। ये कोई लग्ज़री फीचर नहीं, बल्कि आपकी और आपके पीछे बैठे इंसान की जान बचाने वाला सिस्टम है। अगले बार जब आप बाइक लेने जाएं, तो सेल्समैन से पहले पूछिए – “भइया, इसमें ABS है ना?” क्योंकि आज के ट्रैफिक और सड़कों में बिना ABS बाइक चलाना, मतलब खतरे से आंख मिलाना।
यह लेख केवल सूचना के लिए है। किसी भी निर्णय से पहले स्वयं शोध करें। जानकारी पब्लिक डोमेन में उपलब्ध विभिन्न स्रोतों से ली गई है (हिन्दी में लिखो देवनागरी में)