जिस तरह से इसराइल और ईरान के बीच तनाव बढ़ रहा है, उसका असर अब केवल सीमाओं तक सीमित नहीं रह गया है। अब इसका सीधा असर भारत से यूरोप जाने वाली हवाई उड़ानों पर भी दिखने लगा है। रविवार को Air India ने दिल्ली से फ्रैंकफर्ट और ज्यूरिख जाने वाली फ्लाइट्स को अचानक रद्द कर दिया, जिससे सैकड़ों यात्रियों की योजनाओं पर पानी फिर गया। इस रद्दीकरण के पीछे सबसे बड़ी वजह बनी है Israel-Iran war और उससे जुड़े हवाई क्षेत्र की बंदी।
Israel-Iran war के चलते फ्लाइट्स पर असर
Israel-Iran war के चलते पश्चिम एशिया के कई हिस्सों में एयरस्पेस बंद कर दिए गए हैं। यही वजह है कि Air India को रविवार को अपनी दो अहम इंटरनेशनल उड़ानें – दिल्ली से फ्रैंकफर्ट (AI 2029) और दिल्ली से ज्यूरिख (AI 151) – रद्द करनी पड़ीं। इतना ही नहीं, इन उड़ानों की वापसी वाली फ्लाइट्स AI 2030 (फ्रैंकफर्ट से दिल्ली) और AI 152 (ज्यूरिख से दिल्ली) भी कैंसिल कर दी गईं।
एयरलाइन के मुताबिक, मध्य-पूर्व के एयरस्पेस बंद होने से इन रूट्स पर फ्लाइट टाइम काफी बढ़ गया होता, जिससे पायलटों की फ्लाइट ड्यूटी लिमिट भी पार हो जाती। चूंकि पायलटों की सुरक्षा और नियम प्राथमिकता है, इसलिए इन उड़ानों को रोकना ही एकमात्र विकल्प बचा था।
यात्रियों को मिला समर्थन, पर असुविधा तो हुई
हालांकि Air India ने इस अचानक हुए फैसले पर खेद जताया है और कहा है कि यात्रियों को हर तरह की सहायता दी जा रही है। एयरलाइन की ग्राउंड टीम यात्रियों को वैकल्पिक उड़ानों, फुल रिफंड और रीबुकिंग की सुविधा दे रही है। लेकिन जो यात्री खास योजना बनाकर दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे थे, उनके लिए यह स्थिति बेहद निराशाजनक रही।
कुछ यात्रियों को जरूरी बिज़नेस मीटिंग्स और मेडिकल अपॉइंटमेंट्स के लिए यूरोप जाना था। अब उनके सामने या तो नई फ्लाइट ढूंढने की चुनौती है या फिर अगली कुछ दिनों तक की प्रतीक्षा। Israel-Iran war के चलते इस तरह की अनिश्चितताएं फिलहाल और भी देखने को मिल सकती हैं।
Air India ने बढ़ाई सुरक्षा सतर्कता
इस मुश्किल समय में Air India केवल उड़ानों को रद्द कर ही नहीं रही, बल्कि हर स्तर पर सुरक्षा को प्राथमिकता दे रही है। कंपनी ने बताया कि हाल के दिनों में उसने अपने प्री-फ्लाइट सेफ्टी चेक्स को और भी मजबूत किया है और अस्थायी तौर पर अपनी सेवाओं में 15% तक की कटौती की है ताकि संचालन में स्थिरता बनी रहे और अंतिम समय की असुविधा कम हो।
Air India और Air India Express मिलाकर हर दिन 1,100 से ज्यादा उड़ानें संचालित करते हैं और डेढ़ लाख से अधिक यात्रियों को ले जाते हैं। इतने बड़े नेटवर्क में किसी एक हिस्से की रुकावट भी पूरी व्यवस्था को प्रभावित कर सकती है, और इसीलिए कंपनी इस समय खास एहतियात बरत रही है।
रात के कर्फ्यू और भी बनीं मुश्किलें
Israel-Iran war के असर के साथ-साथ यूरोप और पूर्वी एशिया के कई एयरपोर्ट्स पर नाइट कर्फ्यू भी है। रात में उड़ानों पर लगी रोक, एयर ट्रैफिक में बढ़ा दबाव और तकनीकी परेशानियाँ, सभी मिलकर Air India के लिए ऑपरेशन को और भी चुनौतीपूर्ण बना रही हैं। ऐसे में कई बार समय से पहले यात्रियों को सूचित करना मुश्किल हो जाता है, और कुछ उड़ानें आखिरी वक्त पर ही रद्द करनी पड़ती हैं।
एयरलाइन का कहना है कि वह कोशिश करती है कि अगर कोई फ्लाइट कैंसिल होनी है, तो यात्रियों को समय से जानकारी दी जाए। लेकिन जब मामला अचानक Israel-Iran war जैसे युद्ध और एयरस्पेस क्लोज़र का हो, तो हर कोशिश के बावजूद रुकावटें आ ही जाती हैं।
अब क्या करें यात्री?
जो लोग आने वाले दिनों में यूरोप की यात्रा की योजना बना रहे हैं, उनके लिए यह एक चेतावनी है। Israel-Iran war की स्थिति कब तक चलेगी, ये कहना मुश्किल है। इसलिए ऐसे समय में टिकट बुक करते समय लचीलापन रखें, रिफंड पॉलिसी अच्छे से पढ़ लें और कोशिश करें कि फ्लेक्सिबल डेट्स वाला टिकट लें।
साथ ही, एयरपोर्ट पहुंचने से पहले फ्लाइट स्टेटस चेक करना ज़रूरी हो गया है। एक मिनट की चूक घंटों की परेशानी में बदल सकती है। Air India की वेबसाइट, ऐप या कस्टमर केयर से उड़ान की पुष्टि कर लेना अब अनिवार्य है।
बात सीधी है – जंग है तो उड़ान में रुकावट होगी
जब दो देशों के बीच गोलियों की आवाज़ें तेज हो रही हों, तो विमान की आवाज़ें धीमी होना तय है। Israel-Iran war का असर अब आसमान में दिखने लगा है और भारत जैसे तीसरे देशों के यात्रियों को भी इसकी गर्मी महसूस हो रही है। फिलहाल तो यही कहा जा सकता है कि जब तक हालात न सुधरें, यात्रियों को थोड़ा सब्र और समझदारी से काम लेना होगा। उड़ान तो फिर से भरेंगे, लेकिन पहले ज़रूरी है कि सुरक्षित रहें।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सूचना के लिए है। किसी भी निर्णय से पहले स्वयं शोध करें। लेखक या प्रकाशक किसी नुकसान के लिए ज़िम्मेदार नहीं हैं।