बिजली की बढ़ती कीमतें और पेट्रोल के आसमान छूते रेट के बीच जब सबकी नजरें Electric car बाजार पर थीं, तब Nissan ने अपने दो नए EV Crossovers की लॉन्चिंग को एक बार फिर टाल दिया। ग्राहक जो बेसब्री से नई Nissan Electric car का इंतजार कर रहे थे, उनके लिए यह खबर किसी झटका से कम नहीं है। जापानी ऑटो कंपनी ने अपने नए प्लान में बदलाव करते हुए इन गाड़ियों को 2027 तक टालने का फैसला किया है।
Nissan Electric car लॉन्च में फिर आई रुकावट
Electric car सेगमेंट में टक्कर देने के लिए Nissan पिछले कुछ सालों से बड़े प्लान बना रहा था। कंपनी ने दो नए EV Crossovers को 2026 में लॉन्च करने की योजना बनाई थी, लेकिन अब जानकारी के मुताबिक ये गाड़ियां 2027 से पहले बाजार में नहीं आएंगी। इन दोनों Electric cars को अमेरिका में Nissan की Canton फैक्ट्री में तैयार किया जाना था। अब वहीं से खबर है कि निर्माण की शुरुआत 2026 की दूसरी छमाही में होगी। इसका मतलब है कि इन गाड़ियों की बिक्री 2027 तक ही संभव हो पाएगी।
Electric car की दुनिया में यह देरी Nissan के लिए झटका साबित हो सकती है, क्योंकि दूसरी कंपनियां जैसे Hyundai, Kia और Tata अपने इलेक्ट्रिक पोर्टफोलियो को तेज़ी से आगे बढ़ा रही हैं। भारत जैसे बाजार में जहां लोग अब Electric vehicles की तरफ झुकाव दिखा रहे हैं, वहां समय की देरी ग्राहकों को दूसरी कंपनियों की ओर मोड़ सकती है।
ग्राहकों का टूटा भरोसा, Nissan Electric car की उम्मीद पर पानी
Nissan Electric car को लेकर ग्राहकों में बहुत उम्मीदें थीं। खासकर वो लोग जो दमदार और भरोसेमंद SUV चाहते थे, लेकिन पेट्रोल के खर्च से तंग आ चुके हैं। ऐसे में Electric crossover का विकल्प बेहद आकर्षक लग रहा था। Nissan की पिछली Electric car Nissan Leaf ने भी अच्छा प्रदर्शन किया था, और लोग उम्मीद कर रहे थे कि अगली पीढ़ी की Electric SUVs कुछ नए फीचर्स और लंबी रेंज के साथ आएंगी। लेकिन बार-बार लॉन्चिंग टलने से ग्राहकों में निराशा देखने को मिल रही है।
Electric car की मांग सिर्फ अमेरिका या यूरोप तक सीमित नहीं है, भारत और खासकर उत्तर भारत में भी अब लोग इन गाड़ियों को पसंद करने लगे हैं। ऐसे में Nissan की यह रणनीतिक देरी कंपनी की ब्रांड छवि को नुकसान पहुंचा सकती है। देरी से न सिर्फ बिक्री पर असर पड़ सकता है, बल्कि ग्राहकों का भरोसा भी डगमगा सकता है।
Nissan का नया प्लान और Electric segment में चुनौतियाँ
कंपनी का कहना है कि वह अपनी Electric car रेंज को नए प्लेटफॉर्म और बैटरी तकनीक के साथ पेश करना चाहती है। Nissan इस बार ज्यादा एडवांस EV प्लेटफॉर्म और सॉलिड-स्टेट बैटरी पर काम कर रही है, जो 2028 तक पूरी तरह तैयार हो सकती है। लेकिन सवाल यह उठता है कि जब दूसरी कंपनियां पहले ही बाजार में नई Electric cars उतार रही हैं, तो क्या Nissan की देरी उसे पीछे नहीं कर देगी?
Electric car की रेस अब सिर्फ एक तकनीकी लड़ाई नहीं रही, यह एक मार्केटिंग और टाइमिंग का गेम बन चुकी है। ग्राहक अब इंतजार करने के मूड में नहीं हैं। उन्हें अब विकल्प चाहिए, और वो भी तुरंत। Nissan को अब बहुत सोच-समझकर चलना होगा क्योंकि Electric car सेगमेंट अब पहले से कहीं ज्यादा मुकाबले वाला हो गया है।
उत्तरी भारत में बढ़ती Electric car की डिमांड और Nissan की चुनौती
उत्तर भारत में जहां ट्रैफिक, प्रदूषण और महंगे ईंधन की समस्याएं आम हैं, वहां Electric car को एक हल के रूप में देखा जा रहा है। Delhi-NCR, Lucknow, Kanpur जैसे शहरों में EV चार्जिंग नेटवर्क भी तेजी से फैल रहा है। ऐसे माहौल में अगर कोई कंपनी नए मॉडल लॉन्च करने में देरी करती है, तो वह संभावित ग्राहकों को खो सकती है।
ग्रामीण क्षेत्रों में भी अब Electric car की बातें होने लगी हैं। लोग कह रहे हैं कि “अब बिजली से ही चलेगी गाड़ी, पेट्रोल को करो बाय-बाय।” Nissan जैसी नामी कंपनी से लोगों को उम्मीद थी कि वह इस क्षेत्र में कुछ तगड़ा करेगी। लेकिन अभी के हालात देख कर लगता है कि Nissan Electric car लॉन्च में देर कर के बाजार को खुद से दूर कर रही है।
कब आएगी Nissan की अगली Electric SUV?
अब सवाल सिर्फ इतना है कि Nissan की अगली Electric SUV आखिर आएगी कब? अगर कंपनी 2026 के अंत तक निर्माण शुरू करती है, तो बिक्री 2027 से पहले मुमकिन नहीं लगती। इससे पहले Nissan ने 2025 की डेडलाइन तय की थी, फिर 2026 किया और अब सीधे 2027 तक खिसका दिया गया है। इससे साफ है कि Nissan Electric car की राह में अब भी कई तकनीकी और रणनीतिक चुनौतियाँ हैं।
Electric vehicles की दुनिया में अब ग्राहक झटपट फैसले लेते हैं और ऐसे में हर महीने की देरी कंपनी को करोड़ों का घाटा दे सकती है। Nissan को अब समझना होगा कि Electric car सिर्फ भविष्य की गाड़ी नहीं, यह आज की जरूरत है।
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